Narmadeshwar Banalingam Shivling

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शिवलिंग पर दूध क्यों चढ़ाया जाता है

ॐ नमः शिवाय |आप सभी भक्तो के मन में एक प्रश्न होगा की शिवलिंग पर दूध चढाने का क्या कारण है तो हम आप सब को बता दे की शिवलिंग पर दूध चढाने का धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही कारण है

भगवान शिव का निराकार रूप शिवलिंग है जो पृथ्वी पर विधमान है जिसकी हम सब पूजा करते है| जिससे भगवान भोले नाथ जल्दी ही प्रसन्न हो जाते है| कहा जाता है, की शिवलिंग पर जो कुछ भी चढ़ाया जाता है| वो सीधे भगवान शिव के पास पहुच जाता है|

सावन का महिना प्रारम्भ होते  ही, सब भगवान शिव को प्रसन्न करने का प्रयास करने लग जाते है| तथा तरह-तरह की सामग्रियों से भगवान शिव का अभिषेक करते है जैसे जल से अभिषेक तथा बेलपत्र से अभिषेक इन्ही सामग्रियों में एक है, दूध जो सभी चढाते है| क्योकि भगवान शिव को दूध अति प्रिय है

धार्मिक कारण

जब देवो और असुरो द्वारा समुद्र मंथन किया गया तब समुद्र से अनेक मणि-माणिक के साथ अमृत और विष भी निकला जिसमे से अमृत तो सभी देवताओ ने ग्रहण कर लिया|

परन्तु भगवान शिव ने सृष्टि के कल्याण के लिए विष को स्वयं ग्रहण कर कंठ में धारण कर लिया विष हलाहल होने के कारण भगवान शिव के पुरे शरीर में तीव्र गर्मी होने लगी और विष का असर पुरे शरीर पर हो गया| जिससे उनका शरीर नीला पड़ने लगा,

तब देवताओ ने भोले नाथ पर जल की धारा प्रवाहित की परन्तु उससे भी कुछ असर नही हुआ और  विष का प्रभाव कम नही हुआ तब देवताओ ने भोले नाथ को दूध पिलाया जिससे उनके शरीर से विष का प्रभाव कम होने लागा तभी से भगवान शिव को दूध चढाने की परम्परा प्रारम्भ हुई|

दूध चढाने का वैज्ञानिक कारण

वैज्ञानिको का कहना है की सावन के महीने में दूध अनेक बीमारियों को लाता है क्योकि इस महीने में ज्यादा जीव जंतु पैदा होते है जिनको गाय, भैस और अन्य जानवर घास के साथ उनको भी खा लेती है| जिससे दूध जहरीला हो जाता है| जिसको ग्रहण करने पर शरीर में पित्त वात जैसी अनेक बीमारियाँ और सक्रमण पैदा हो जाता है|

इसलिए सावन के महीने में दूध पिने के के लिए माना किया जाता है| सावन के महीने में भगवान शिव शिवलिंग के रूप में अपने भक्तो को सक्रमित बीमारियों से बचाने के लिए दूध के सब अवगुण स्वयं ग्रहण कर लेते है और अपने भक्तो की रक्षा करते है|

शिवलिंग पर दूध चढाने के फायदे

शिवजी को जल्द ही प्रसन्न के लिए शिव पर प्रतिदिन कच्चा दूध अर्पित करना चाहिए |दूध पवित्र माना गया है दूध की प्रकृति शीतल होती है जो की भगवान भोले को नाथ शीतल वस्तुए बहुत ही प्रिय है |सोमवार को शिवजी को दूध अर्पित करना चाहिए जिससे भगवान भोले नाथ जल्दी प्रसन्न होते है मनोवांछित फल प्राप्त करने के लिए यह भी जरूरी है कि आपका आचरण पूरी तरह धार्मिक हो। ऐसा होने पर आपकी सभी मनोकामनाएं बहुत ही जल्द पूर्ण हो जाएंगी।

दूध चढाने का मंत्र –

शिवलिंग पर दूध मंत्र उच्चारण के साथ चढ़ाया जाये तो भोले नाथ शीघ्र ही प्रसन्न हो जाते है

नमः शंभवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च।।
ईशानः सर्वविध्यानामीश्वरः सर्वभूतानां ब्रम्हाधिपतिर्ब्रम्हणोधपतिर्ब्रम्हा शिवो मे अस्तु सदाशिवोम।।
तत्पुरषाय विद्म्हे महादेवाय धीमहि। तन्नो रुद्रः प्रचोदयात।।

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